> यूनिट में रोजाना करीब 08 किलो यूज्ड पेपर (कागज की रद्दी) को रिसाइकिल किया जा सकेगा
> एसआरएचयू में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में धरातल पर विभिन्न योजनाएं संचालित
देहरादून : दीपावली पर स्वामी राम हिमालयन विश्वविद्यालय (एसआरएचयू) जॉलीग्रांट ने पर्यावरण संरक्षण की तरफ एक और सफल कदम बढ़ाया है।
कुलपति डॉ.विजय धस्माना ने विश्वविद्यालय कैंपस में वेस्ट पेपर रिसाकलिंग यूनिट का औपचारिक उद्घाटन किया।
कुलपति डॉ.विजय धस्माना ने कहा कि एसआरएचयू शिक्षा, स्वास्थ्य व सामाजिक विकास सहित पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी एक मॉडल विश्वविद्यालय के रुप में पहचान कायम कर चुका है।
करीब 200 एकड़ के हरे-भरे विश्वविद्यालय कैंपस में जल व ऊर्जा संरक्षण सहित प्लास्टिक वेस्ट निस्तारण के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित हैं।
कुलपति डॉ.विजय धस्माना ने कहा कि बिना पेड़ काटे अगर कागज व बाकी स्टेशनरी की मांग पूरी हो जाए, तो इससे बेहतर और कुछ नहीं हो सकता।
विश्वविद्यालय में पेपरलेस कार्य प्रणाली को अपनाया गया है, लेकिन इसके बावजूद कई ऐसे काम में हैं, जिनमें कागज का इस्तेमाल अनिवार्य हो जाता है। इसलिए विश्वविद्यालय में यूज्ड पेपर (रद्दी) को रिसाइकिल करने का प्लांट लगाया गया है।
इस यूनिट में रद्दी से लिफाफे, कार्ड और फाइल कवर भी तैयार किए जा सकेंगे। इससे पर्यावरण संरक्षण के साथ संस्थान में इस्तेमाल होने वाले कागज, फाइल कवर व लिफाफों पर होने वाले खर्च में भी कटौती होगी।
एसआरएचयू के इलेक्टिक्ल व मैकेनिकल विभागाध्यक्ष गिरीश उनियाल जी ने बताया कि यूनिट में रोजाना करीब 08 किलो यूज्ड पेपर (रद्दी) को रिसाइकिल किया जा सकेगा।
यूनिट के संचालन का जिम्मा एसएल भट्ट, अमरजीत सिंह, रीतिका अग्रवाल, शिवदेव दास की रहेगी। इस दौरान हिमालयन हॉस्पिटल मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.एसएल जेठानी, डॉ.अशोक देवराड़ी, डॉ.मुश्ताक अहमद, डॉ.सीएस नौटियाल, रोशन नौगईं, रुपेश महरोत्रा आदि मौजूद रहे