kartarpur sahib grudwara
New Delhi : आज से करतारपुर साहिब गुरुद्वारा श्रद्धालुओ के लिए खोल दिया गया है
नवंबर 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करतारपुर साहिब गलियारे का उद्घाटन किया था
लेकिन चार महीने के अंदर ही कोरोना की वजह से इसे मार्च 2020 में बंद कर दिया गया था।
19 नवंबर को गुरुनानक देव की जयंती है, जिसे प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है।
भारत के करीब 100-200 श्रद्धालु करतारपुर साहिब कॉरिडोर से पाकिस्तान पहुंच सकते हैं
पाकिस्तान के नारोवाल जिले में बसा करतारपुर पाकिस्तान स्थित पंजाब में आता है।
यह जगह लाहौर से 120 किलोमीटर दूर है।
जहां पर आज गुरुद्वारा है वहीं पर 22 सितंबर 1539 को गुरुनानक देवजी ने आखिरी सांस ली।
दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को कोविड नियमो का पालन करना अनिवार्य होगा
करतारपुर साहिब कॉरिडोर पर श्रद्धालुओं को तापमान चेक करवाने के साथ ही
सैनिटाइजेशन प्रक्रिया से गुजरना होगा।
मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान भी देना होगा।
सभी श्रद्धालुओं को अपने साथ निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट रखना होगा,
जो 72 घंटे से ज्यादा पुरानी नहीं होनी चाहिए।
कोरोना वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट भी अनिवार्य है
करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जिसे मूल रूप से
गुरुद्वारा दरबार साहिब के नाम से जाना जाता है,
सिखों का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है,
जहां गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष बिताए।