Uttarakhand Film Production MEET प्रोग्राम में 33 फिल्म निर्माता -निर्देशकों ने की सतपाल महाराज से मुलाकात

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देहरादून /मुम्बई : Uttarakhand Film Production MEET प्रोग्राम में

33 फिल्म निर्माता -निर्देशकों ने सतपाल महाराज से मुलाकात की।

उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने मुंबई में

आयोजित Uttarakhand Film Production MEET

कार्यक्रम में फिल्म जगत से जुड़े निर्माता निर्देशकों से बातचीत करते हुए कहा कि

उत्तराखंड में फिल्म नीति के तहत कई आकर्षक सुविधाएं दी जा रही हैं।

हम अपने राज्य में अपनी फिल्म परियोजनाओं के लिए आने के इच्छुक निर्माताओं

और निर्देशको के लिए अधिक से अधिक बुनियादी ढांचे को सुविधाजनक बनाने

और विकसित करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

मुंबई में की बड़े निर्देशको ने मुलाकात :-

मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री और उनकी टीम से मिलने के लिए

आज 33 प्रोडक्शन हाउस से जुड़े निर्माता निर्देशक मौजूद रहे।

जिसमें धर्मा प्रोडक्शन, महेश कोठारे, नेटफ्लिक्स, एमेजॉन प्राइम,

बालाजी टेलीफिल्म्स, भंसाली प्रोडक्शन, एंडेमोल शाइन इंडिया,

जियो स्टूडियो, सलमान खान वेंचर्स, एमएक्स प्लेयर,

राजश्री प्रोडक्शन जैसे प्रसिद्ध प्रोडक्शन हाउस हैं।

इस बैठक का उद्देश्य फिल्म शूटिंग के लिए उत्तराखंड को एक

आदर्श गंतव्य के रूप में बढ़ावा देना था। पर्यटन मंत्री ने बैठक के दौरान बताया कि

मैन वर्सेज वाइल्ड की शूटिंग उत्तराखंड में हुई थी जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,

बेयर ग्रिल्स के साथ नजर आए थे।

त्तराखंड बन रहा निर्देशको का पसंदीदा फिल्म डेस्टिनेशन :–

पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि

सुंदर भव्य पर्वतों, नदियों, खूबसूरत नजारों, वास्तुशिल्प के कारण उत्तराखंड

आकर्षक रचनात्मक स्थलों में सदैव शामिल रहा है।

पहाड़ की विहंगम और खूबसूरत वादियों में शूटिंग के लिए

फिल्मी सितारे लगातार उत्तराखंड का रुख कर रहे हैं।

उत्तराखंड को दुनिया का पसंदीदा फिल्म डेस्टिनेशन बनाने के लिए

हमारी सरकार निरंतर काम कर रहे हैं।

महाराज ने बताया कि पूर्व में प्रसिद्ध फिल्म मधुमती, भीगी रात,

कटी पतंग, लक्ष्य, केदारनाथ, स्टूडेंट ऑफ द ईयर, कोई मिल गया,

लक्ष्य, दम लगा के हैय स्या, बत्ती गुल मीटर चालू

सहित अनगिनत फिल्मों की शूटिंग कर चुके हैं।

उत्तराखंड में होंगे फिल्म शूटिंग के लिए नये स्थान विकसित :–

शूटिंग के लिए देवभूमि का कॉर्बेट नेशनल पार्क, ऋषिकेश,

रानीखेत और मसूरी के पर्यटक स्थल आकर्षण के केंद्र हैं।

इतना ही नहीं उत्तराखंड के चार धामों केदारनाथ, बद्रीनाथ,

गंगोत्री और यमुनोत्री जैसे तीर्थ स्थलों में श्रद्धलुओं की दिलचस्पी बढ़ रही है।

कोरोना के बाद पटरी पर वापस लौट रही शूटिंग :–

उत्तराखंड सरकार, पर्यटन खोजकर्ताओं और फिल्म बिरादरी के लिए उत्तराखंड में

नए स्थानों को विकसित करने पर काम कर रही है।

एक राज्य के रूप में उत्तराखंड में शूटिंग के अनुभव को एक सहज

और निर्बाध प्रक्रिया बनाने के लिए पर्यटन विभाग का निरंतर प्रयास है,

और उसी के लिए उनके पास फिल्म बिरादरी के सुझावों और इनपुट का स्वागत है।

पहली फिल्म नीति 2015 में बनी,

इसके बाद 2019 में संशोधित फिल्म नीति बनी।

आगे भी इसमें फिल्म क्षेत्र से जुड़े लोगों के सुझावों के अनुरूप जरूरी सुधार किये जाएंगे।

सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि उत्तराखंड में फिल्म शूटिंग की अपार संभावनाएं हैं।

हम निर्माताओं और निर्देशकों का स्वागत करते हैं और विशेष रूप से उत्तराखंड के

ऑफबीट डेस्टिनेशनों में शूटिंग करें।

बॉलीवुड के प्रसिद्ध फिल्म निर्माताओं को अस्सी नब्बे के दशक से ही

उत्तराखण्ड अपनी ओर आकर्षित करते हुए आया है।

कोरोना संकट के चलते पटरी से उतरे पर्यटन और

फिल्म उद्योग को धीरे धीरे गति मिलने लगी है।

एक तरफ उत्तराखंड के पर्यटक स्थल टूरिस्ट से गुलजार हो रहे हैं,

वहीं फिल्मकार भी यहां शूटिंग के लिए खासी रुचि दिखा रहे हैं।

फिल्म शूटिंग के लिए उत्तराखंड नया हब बन रहा है।

प्रदेश की लोकेशन में फिल्म निर्माताओं की बढ़ रही इस रुचि को

प्रोत्साहित कर उत्तराखंड में शूटिंग को आसान बनाने पर लगातार काम किया जा रहा है।

जिससे उत्तराखंड की लोकेशन में शूटिंग के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध कराया जा सके।

साथ ही प्राचीन भवनों का जीर्णोद्धार कर हम उन्हें पर्यटन के लिए खोलने का प्रयास कर रहे हैं।

इस अवसर पर फिल्म प्रोड्यूसर गिल्ड के अध्यक्ष नितिन आहूजा,

पर्यटन विभाग के अपर निदेशक विवेक सिंह चौहान, वरिष्ठ शोध अधिकारी सुरेंद्र सिंह सामंत,

उत्तराखण्ड फिल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी/संयुक्त निदेशक के एस चौहान,

अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी, चित्रांशी रावत, रूप दुर्गापाल सहित फिल्म क्षेत्र से जुड़े लोग उपस्थित थे।

 

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